Posts

Showing posts from March, 2019

पाणी, वानी आणि नानी नासु नये.

                                  पाणी, वानी आणि नानी नासु नये. घासावा शब्द | तासावा शब्द | तोलावा शब्द | बोलण्या पूर्वी || शब्द हेचि कातर | शब्द सुईदोरा बेतावेत शब्द | शास्त्राधारे || बोलावे मोजके | नेमके ,खमंग ,खमके | ठेवावे भान | देश ,काळ ,पात्राचे बोलावे बरे | बोलावे खरे | कोणाच्याही मनावर | पाडू नये चरे || कोणाचेही वर्म | व्यंग आणि बिंग | जातपात धर्म | काढूच नये || थोडक्यात समजणे | थोडक्यात समजावणे | मुद्देसुद बोलणे | हि संवाद कला शब्दांमध्ये झळकावी | ज्ञान , कर्म ,भक्ती | स्वानुभवातून जन्मावा | प्रत्येक शब्द || शब्दां मुळे दंगल | शब्दां मुळे मंगल | शब्दांचे हे जंगल | जागृत राहावं || जीभेवरी ताबा | सर्वासुखदाता | पाणी ,वाणी ,नाणी | नासू नये    ~संत तुकाराम महाराज